नारायणपुर पुलिस ने ओरछा के भीतर माओवादियों के शीर्ष नेताओं के आश्रय स्थल कहे जाने वाले ग्राम ‘‘आदेर’’ में खोला नवीन कैंप
नारायणपुर, छत्तीसगढ़
नारायणपुर पुलिस और आईटीबीपी ने खोला नवीन सुरक्षा एवं जन सुविधा कैम्प
नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में नक्सलियों के शीर्ष नेताओं के आश्रय स्थल आदेर में नवीन सुरक्षा एवं जन सुविधा कैम्प स्थापित किया गया है। यह कैम्प थाना ओरछा के अंदरूनी क्षेत्र में खोला गया है, जो नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत एक महत्वपूर्ण कदम है।
कैम्प स्थापना के उद्देश्य
इस कैम्प के माध्यम से क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने, नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगाने और स्थानीय लोगों को नक्सल हिंसा से निजात दिलाने में मदद मिलेगी। साथ ही, क्षेत्र में विकास कार्यों को गति देने और जन कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में भी सहयोग मिलेगा।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
ग्रामीणों ने नक्सलियों द्वारा मारे गये लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए नक्सलवाद की प्रताड़ना को व्यक्त किया और इस बात के लिए खुशी जाहिर की कि पुलिस कैम्प खुलने से अब भय मुक्त जीवन जी सकेंगे।
नक्सल उन्मूलन में प्रगति
नारायणपुर पुलिस ने वर्ष 2025 में नक्सलियों के अघोषित राजधानी कुतुल सहित नक्सलियों के आश्रयस्थल कोडलियर, बेडमाकोटी, पदमकोट, कान्दुलपार, नेलांगूर, पांगूड, रायनार, एडजुम, ईदवाया और आदेर में कैम्प खोले हैं। वर्ष 2024 से अब तक 208 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है और सुरक्षा बलों ने विभिन्न अभियानों में 99 माओवादी को मार गिराने व 118 माओवादियों को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की है।





