छोटेडोंगर थाना क्षेत्र के अमदईघाटी डम्प एरिया में नक्सलियों द्वारा लगाये गये प्रेसर आईईडी ब्लास्ट के चपेट में आने से दिलीप कुमार एवं हरेन्द्र नाग हुए गंभीर रूप से घायल हुए।

नारायणपुर, छत्तीसगढ़ नक्सली आईईडी के चपेट में ज्यादातर क्षेत्र के ग्रामीण आ रहें है।

Mar 7, 2025 - 18:28
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छोटेडोंगर थाना क्षेत्र के अमदईघाटी डम्प एरिया में नक्सलियों द्वारा लगाये गये प्रेसर आईईडी ब्लास्ट के चपेट में आने से दिलीप कुमार एवं हरेन्द्र नाग हुए गंभीर रूप से घायल हुए।

माओवादियों द्वारा सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के नीयत से

क्षेत्र में आईईडी लगाया जाकर सुरक्षा बलों को टारगेट किया जा रहा है। किन्तु उक्त आईईडी के चपेट में क्षेत्र के ज्यादातर ग्रामीण, कर्मचारीगण, मवेशी एवं अन्य वन्य जीव जन्तु आ रहे है। उक्त घटनाओं को देखते हुए नारायणपुर पुलिस द्वारा क्षेत्र में लगातार आईईडी डिटेक्शन सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है। 

दिनांक 07.03.2025 को अमदई निको कंपनी में कार्यरत कर्मचारी 1. दिलीप कुमार पिता दुकालू उम्र 25 वर्ष 2. हरेन्द्र कुमार पिता बनसिंग उम्र 26 वर्ष निवासीगण छोटेडोंगर का नक्सलियों द्वारा अमदईघाटी डम्प एरिया में लगायें गए प्रेशर आईईडी के चपेट में आने से दोनों गंभीर रूप से घायल हुए है जिसे तत्काल ईलाज के लिए अस्पताल लाया जा रहा था कि रास्ते गंभीर रूप से घायल ग्रामीण दिलीप कुमार की मृत्यु हो गई एवं एक ईलाजरत घायल ग्रामीण हरेन्द्र नाग की स्थिति खतरे से बाहर है। 

  दिनांक 07.03.2025 को अमदई निको कंपनी में कार्यरत कर्मचारी 1. दिलीप कुमार पिता दुकालू उम्र 25 वर्ष 2. हरेन्द्र कुमार पिता बनसिंग उम्र 26 वर्ष निवासीगण छोटेडोंगर का नक्सलियों द्वारा अमदईघाटी डम्प एरिया में लगायें गए प्रेशर आईईडी के चपेट में आने से दोनों गंभीर रूप से घायल हुए है जिसे तत्काल ईलाज के लिए अस्पताल लाया जा रहा था कि रास्ते गंभीर रूप से घायल ग्रामीण दिलीप कुमार की मृत्यु हो गई एवं एक ईलाजरत घायल ग्रामीण हरेन्द्र नाग की स्थिति खतरे से बाहर है। 

   

पुलिस अधीक्षक नारायणपुर श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) उक्त घटनाओं को देखते हुए क्षेत्र के ग्रामीणों से अपील किया गया कि- क्षेत्र में आईईडी की जानकारी मिलने पर तत्काल पुलिस को सूचना देवें। ताकि समय रहते आईईडी को निकाला जा सके जिससे सुरक्षा बल, ग्रामीणों, विकास कार्य में लगे कर्मचारियों, शासकीय सेवको एवं वन्य प्राणी को जान माल की हानि होने से बचाया जा सकें। आईईडी की सही जानकारी देने व जब्त करवाने वाले व्यक्तियों को 5,000 रुपए तक की राशि ईनाम में दी जाएगी एवं उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी।