नारायणपुर पुलिस ने ओरछा के भीतर माओवादियों के शीर्ष नेताओं के आश्रय स्थल ‘‘ईदवाया’’ में खोली नवीन कैंप
नारायणपुर, छत्तीसगढ़
नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में नारायणपुर पुलिस और आईटीबीपी के 38वीं वाहिनी ने संयुक्त रूप से माओवादियों के शीर्ष नेताओं के आश्रय स्थल ईदवाया में नवीन सुरक्षा एवं जन सुविधा कैम्प की स्थापना की है। यह कैम्प थाना ओरछा से 12 किलोमीटर और एडजूम से 5.5 किलोमीटर दक्षिण दिशा में स्थित है।
नवीन कैम्प की स्थापना से क्षेत्र के ग्रामीणों में काफी उत्साह और सुरक्षा का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने नक्सलियों द्वारा मारे गये ग्रामीण साथियों को याद कर नक्सलवाद की प्रताड़ना को व्यक्त किया और इस बात के लिए खुशी जाहिर की कि पुलिस कैम्प खुलने से अब भय मुक्त जीवन जी सकेंगे।
*कैम्प ओपनिंग के दौरान क्या हुआ?*
कैम्प ओपनिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक नारायणपुर श्री रॉबिनसन गुड़िया ने अन्य अधिकारियों के साथ ग्राम ईदवाया, दुलूर, भटबेड़ा, बड़े तोडबेडा, आदेर, मरकाबेड़ा और ओरछामेटा एवं आसपास गांव से आये ग्रामीणों से कुशलक्षेम जानकर उनके समस्याओं को सुना। ग्रामीणों द्वारा मुख्य रूप से बिजली, नल-जल, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोड इत्यादि मूलभूत सुविधाओं के साथ पुलिस कैम्प की मांग की गई जिसे जल्द पूर्ण कराये जाने का आश्वासन दिया गया।
*नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में मदद*
नवीन कैम्प की स्थापना से नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने में मदद मिलेगी। क्षेत्र में नक्सल गतिविधि चुनौती से निपटने के लिए शासन के मंशानुसार क्षेत्र में लगातार सघन नक्सल विरोधी अभियान संचालित किया जा रहा है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए नये पुलिस कैम्पों की स्थापना, सुरक्षा बलों की तैनाती और स्थानीय संवाद में सुधार शामिल किया गया है।
अब तक की उपलब्धियां
वर्ष 2024 से अब तक नक्सल विचारधारा को त्याग कर 192 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है और सुरक्षा बलों ने विभिन्न अभियानों में 99 माओवादियों को मार गिराने व 117 माओवादियों को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की है। नवीन सुरक्षा कैम्पों की स्थापना होने से नक्सल उन्मूलन में तेजी आई है।





