दुर्गम इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने 21 नवम्बर को लगेगा विशेष शिविर नियद नेल्ला नार योजना के तहत कस्तुरमेटा, बेड़माकोटी, कुतुलनार और ईरकभट्टी में पहुंचेगी स्वास्थ्य सुविधा
नारायणपुर, छत्तीसगढ़
रायपुर, कोण्डागांव, कांकेर और नारायणपुर के विशेषज्ञ डॉक्टर अबूझमाड़ में देंगे सेवाएं
नारायणपुर, 20 नवम्बर 2025 राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को जिले के सबसे दूरस्थ इलाकों तक पहुंचाने के अपने संकल्प को तेजी से पूरा कर रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा हर ग्रामीण को मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की परिकल्पना को “नियद नेल्ला नार” योजना के माध्यम से सार्थक रूप दिया जा रहा है। इसी कड़ी में कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं के निर्देश पर 21 नवम्बर को घने जंगलों के बीच बसे ग्राम कस्तुरमेटा, बेडमाकोटी, कुतुलनार और ईरकभट्टी में व्यापक स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, जो सरकार की स्वास्थ्य प्राथमिकता को जमीनी रूप में प्रदर्शित करते हैं।
यह पहल उन ग्रामीणों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो अब तक विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाओं, जांच सुविधाओं और दवाइयों से वंचित रहे हैं। शिविरों में पहुंचने वाले लोगों को तत्काल उपचार, आवश्यक जांच, विशेषज्ञ डॉक्टरों का परामर्श और निःशुल्क दवाइयों का लाभ मिलेगा। साथ ही जिन ग्रामीणों के आयुष्मान कार्ड अभी तक नहीं बने हैं, उनका पंजीयन स्थल पर ही किया जाएगा, जिससे भविष्य में गंभीर बीमारियों के लिए भी निःशुल्क उपचार का मार्ग पूरी तरह खुल सकेगा। इस अभियान ने दुर्गम अंचलों के लिए स्वास्थ्य-सुरक्षा का वह दरवाजा खोला है, जिसकी प्रतीक्षा लोग लंबे समय से कर रहे थे।
शिविर में सेवाएं देने के लिए रायपुर से डॉक्टर अविनाश और डॉक्टर धीरेन्द्र, कोण्डागांव से डॉक्टर हिमाशी और डॉक्टर कुमुत खरे, कांकेर से डॉक्टर रविन्द्र वट्टी और डॉक्टर कुमार सानू साहू तथा नारायणपुर से डॉक्टर धनराज सिंह और डॉक्टर जितेन्द्र दुग्गा मौजूद रहेंगे, जो ग्रामीणों की जांच और उपचार में अपनी विशेषज्ञता देंगे।
कस्तुरमेटा का स्वास्थ्य शिविर पुलिस थाना आकाबेडा अंतर्गत आईटीबीपी 53वीं वाहिनी कैम्प में, बेड़माकोटी का शिविर पुलिस थाना कोहकामेटा अंतर्गत आईटीबीपी 41वीं वाहिनी कैम्प में, कुतुलनार का शिविर पुलिस थाना सोनपुर अंतर्गत बीएसएफ 133वीं वाहिनी कैम्प में और ईरकभट्टी का शिविर पुलिस थाना कोहकामेटा अंतर्गत बीएसएफ 135वीं वाहिनी सुरक्षा बल कैम्प में आयोजित किया जाएगा।
सरकार की यह पहल केवल एक दिवसीय शिविर नहीं, बल्कि एक स्पष्ट संदेश है कि स्वास्थ्य सुविधाएं अब दूरी या परिस्थितियों की मोहताज नहीं रहेंगी। राज्य की प्राथमिकता हर नागरिक तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने की है, और यह अभियान उसी दिशा में उठाया गया मजबूत कदम है।





